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Saturday 17 December 2011

                    सीमा झा शायरी

दुनिया की परवाह न किजिए, दिल जब भी पुकारे बुला लीजिए
हम ज्यादा दूर नहीं आपसे, बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिए।

दोस्ती सिर्फ जज्बात नहीं होती
कुछ तो ख्याल आया होगा खुदा को
वरना यूं ही आपकी हमसे मुलाकात न होती!

नजरों से नजर का टकरार होता है
हर मोड़ पर किसी का इतंजार होता है
दिल रोता है जख्म हँसते हैं
इसी का नाम तो प्यार होता है!

नाम की क्या बात करते हो, लोग चेहरे तक भूल जाते है
तुम समंदर की बात करते हो, लोग आँखों में डूब जाते है।

प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जाता
जहर दुश्मन से लिया नहीं जाता
दिल में है उल्फत जिस प्यार की
उसके बिना जिया नहीं जाता!
JHASANGEET

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